संवाददाता/नई दिल्ली। दिलशाद गार्डन स्थित मानव व्यवहार व संबद्ध विज्ञान संस्थान (इहबास) में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने "सखी" वन स्टॉप सेंटर का उद्घाटन किया। केंद्र सरकार की इस योजना आगे बढाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने प्रत्येक प्रदेश के हर जिले में स्थापित करने का आदेश दिया था। हिंसा से पीड़ित महिलाओं के लिए एक ही स्थान पर पुलिस, डॉक्टर और मनोचिकित्सक एवं कानूनी सलाहकार के साथ-साथ अन्य सभी तरह सुविधाएं उपलब्ध करवाया जाएगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि महिला समाज को यथासंभव सहयोग करने के लिए यह मुहिम बनाया गया है। इस सेंटर पर आने वाली कोई भी महिला निराश होकर वापस नही जाएगी। हर सम्भव मदद मिलेगी। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने 'सखी' जैसी योजनाओं से महिलाओं के प्रति हो रहे अत्याचार और दुराचार से बचाने के लिए शुभारंभ किया है। हम सभी लोगों को मिलकर इस अभियान को आगे बढ़ाना है और देश-प्रदेश का नाम रोशन करना है।
समाज कल्याण मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम ने कहा कि दुष्कर्म और पीड़ित महिला अपने आप को कमजोर और असहाय ना समझे। इस सेंटर से उनकी हर सम्भव मदद मिलेगी इसलिए इस योजना को लाया गया है। महिलाओं की हर समस्या का समाधान के लिए ही दिल्ली से ने इतना बड़ा कदम उठाया है। इस सेंटर की देखरेख जिलाधिकारी के अधीन होगी।
इहबास संस्थान के निदेशक डॉक्टर निमेष देसाई ने कहा कि यहां सेंटर पर आने वाली प्रत्येक महिला को सुरक्षित माहौल और हर सम्भव मदद मिलेगी। और महिलाओं को समाज मे समान अधिकार दिलाने का यथासम्भव कोसिस की जाएगी यह हम सबका प्रयास है। महिलाओं के लिए सेंटर पर 24 घंटे सुविधा उपलब्ध है। जिलाधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि अच्छी सोच से किये गए कार्य हमेशा सफल और सार्थक सिद्ध होते है। हम सभी को मिलकर इस अभियान को आगे बढ़ाना है।
इस मौके पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव आशीष श्रीवास्तव, दिल्ली के महिला एवं बाल विकास विभाग के निदेशक एस.बी. शशांक, एसडीएम पंकज भटनागर और समन्वयक विभा शर्मा आदि मौजूद रहे। इस कार्यक्रम के मंच का सफल संचालन जितेंद्र अरोड़ा ने किया।